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Friday, October 4, 2019

खिलौना

कुछ साल पहले की बात है जब मेरी मेरे हस्बैंड से नई नई बात होनी शुरू हुई थी तब उन्होंने मुझे अपनी एक दोस्त की एक बात बताई किउसका एक छोटा सा टेडी बेयर है, जो उसकी दोस्त के साथ बचपन से है।और मुझको सबसे ज़्यादा हैरानी तब हुई जब मैंने अपने हस्बैंड की दोस्त की शादी के सब सेलिब्रेशन में वो टेडी बेयर हर एक इवेंट में उसके साथ पाया । वो लड़की होन्ग कोंग चीनी है तो मैंने सोचा शायद उनकी संस्कृति में ऐसा साधरतन होता होगा । ऐसे ही एक जापानी लड़की से मुलाकात के दौरान पता चला कि जापानी लड़के गुड़िया के साथ समय व्यतीत करना पसंद करते हैं , हैरानी भी हुई और अजीब भी, लगा पर बात आई गई हो गई ।
कुछ दिन पहले मेरा अमेरिका आना हुआ और मेरी एक भारतीय स्टूडेंट से मुलाकात हुई और  बातचीत के दौरान उसने भी बताया कि उसका भी एक टेडी है जो पिछले ३३ सालों से उसके साथ है। वो दिल्ली के उच्च माध्यमिक परिवार का लड़का है, सोचा ऐसा होता होगा ऐसे उच्च माध्यमिक परिवारों में, मैंने इस वाक्य को भी इतनी खंभीरता से नहीं लिया। ये सब घटनाएं कोई सिर्फ कुछ एक्की दुक्की बातें नहीं, बल्कि एक गंभीर समस्या की तरफ इशारा करती हैं ।
परन्तु कुछ दिन पहले मैंने एक लेख देखा अख़बार में कि कैसे बचपन के कुछ खास खिलोने जैसे की टेडी बेयर वयस्क लोगों को भी कठिन परिस्तिथि से झूझने का सयम और आराम देतें हैं। मैंने कभी इस विषय को इतनी गंभीरता से नहीं लिया। आज कल शारीरिक रोगों के साथ-साथ मानसिक रोगों की संख्या भी उतनी ही ज़्यादा है। और मानसिक रोग अब मात्र एक  छुपी का विषय नहीं रह गए, बल्कि एक गंभीर सच्चाई के रूप में हमारे सामने उभर के आ रहे हैं । हाल ही में मैंने गूगल डूडल में डॉ हर्बर्ट क्लेबर के बारें में पढ़ा कि कैसे उन्होनें अपने संशोधन के दौरान पाया कि मानसिक समस्या जैसे एडिक्शन सिर्फ मनोबल या चरित्र  की कमी को ही नहीं दर्शाती बल्कि एक गंभीर समस्या है और इसका इलाज भी उतनी ही गंभीरता से किया जाना चाहिए। मानसिक अवसाद या अकेलापन आज के दिन एक बहुत ही गंभीर समस्या के रूप में उभर रहा है, खासकर शहरी अकेलापन जहां गहरे संवाद की कोई जगह ही नहीं है। हम सब को इन विषयों के बारें में सोचने और अपने-अपने स्तर पर कदम उठाने की भी आवश्यकता है। परिवार छोटे हो रहे हैं जबकि हम सब को सामाजिक संपर्क की ज़रूरत है। हम लोगों में एक दूसरे पर विश्वास कम हो गया है वहीँ उमीदें सब की सब से बढ़ गयी हैं, सम्पर्क सिर्फ नाम  मात्र का रह गया है।
दवाइयें हर समस्या का समाधान नहीं हैं , हमें फिर से लोगों पर विश्वास करना सीखना होगा। रिश्तों को फिर से आहिस्ता-आहिस्ता संजोना होगा । आज का समाज स्वार्थी है , पर आज हमें हमारे भविष्य को सँभालने के लिए, एक सामाजिक दृष्टिकोण को अपनाना ही होगा। हर समय सिर्फ अपना-अपना सोचना हमें एक अकेले अंधकार की तरफ धकेल रहा है जिसका हमें थोड़ा-थोड़ा आभास तो है पर विश्वास नहीं । हमारे एकाकी परिवारों में बच्चों को छोड़िये बड़ों को भी बात करने के लिए लोग नहीं मिल रहे तभी उनका खिलोने से एक अलग संपर्क बन रहा है और वो अपनी मानसिक और भावनात्मक ज़रूरतों को पूरा करने के लिए ऐसे माध्यमों का सहारा ले रहे हैं। आजकल के हमारे संवाद सिर्फ शब्दों तक सीमित रह गए हैं , उनमें कोई गहराई या गंभीरता नहीं है, कारण कहीं पैसों का आभाव तो कहीं समय का । कारण गिनवाने बैठो तो अनेक हैं , पर समस्या का समाधान भी हमें ही ढूंढना  होगा ! बच्चों, बजुर्गों में मानसिक अवसाद एक गंभीरता का विषय है, पर परिवारों को एक साथ आना होगा और एक दूसरों की भावनात्मक ज़रूरतों का स्थिर स्तम्भ बनना होगा। रिश्ता खून का हो या दिल का मजबूत होना चाहिए उसमें अविश्वास या चतुराई का जहर नहीं होना चाहिए ।रिश्ता इतना मजबूत हो जो दूरियों और समय की परीक्षा में अटूट हो, सिर्फ फेसबुक या सोशल मीडिया की एक तस्वीर तक सिमित ना हो ।खिलौनों को खिलौनों की जगह रहने दो मुझे मेरे रिश्तों की तरफ लौटने दो । 

Thursday, September 26, 2019

My hobby, my choice #NoRegrets

Life always has challenges. And I laugh sometimes that when there is no challenge in life, then life itself becomes a challenge. Though my challenge is not that big, it is just that I am well-educated, married, non-working and have a passion for reading good literature and watching thought-provoking art or offbeat movies. Reading good thought-provoking books or watching movies is not an easy and comfortable affair, you need to invest a lot of your time and attention. And it could make you restless as well, sometimes for a day or two. But, this leisure activity has always been food for my soul and mind. This is what makes me feel alive and also leaves me with regrets. Because reading a good book or novel is like an addiction until you complete reading it you can not sit peacefully. So many times I could not focus on important matters when I was in the middle of reading an interesting book. And sometimes, I have been made feel what is the use of reading the fiction or someone's imagination, it is just a total waste of time and it will not give you money at the end of the day. I often tried to justify for my own sake that reading good books is not just a waste of valuable time and often argued with others as well in the anticipation of winning my own arguments. However, recently I watched Vishal Bhardwaj's trilogy on  Shakespeare's three world-famous classic plays adaptation in Hindi movies: Othello(Omkara), Macbeth(Maqbool), Hamlet(Haider). And I simply was in awe with the director and his interpretation of classic plays of Shakespeare into a modern context. It made me reflect that literature can never be old and obsolete. Literature has always been a shadow of the past and a window of the future, how could it be a mere waste of time...
We live in a society which always keeps judging us. I am also the part of this society and do the same with others, after all, I am also human and could fall to my temptations despite being so knowledgeable. So, my point is that we have brackets for everything. When you are working and could afford to read a book, not only monetarily but also the time investment, you become a role model and are aspired as a person. But if you are jobless or non-working and pursue a good hobby, it is seen as a waste of time instead of giving leisure to you, it fills you with guilt and regret and makes you realize that it might be the only reason for you being a failure(i.e. you don't earn money, do not contribute to economy, so your existence, your passion does not matter). When I was a child, I was told to focus on school academic books, it will give me admission into a better future, don't waste time on books or movies. When I started my career, I hardly had any energy or time to read a book. Now, I am non-working, and I want to spend my time creatively, I am told to do pursue something which adds value to my education and future and worth doing. Pursue a passion with a money-earning work. But I am convinced now that my hobby is my choice, it makes me a person of depth and fills my life with color and I don't need anybody's approval for this. If your gossip could be office politics or family politics, why I could not see the world from the eyes of Shakespeare or Rabindranath Tagore. Literature has not originated simply from the seed of someone's imagination, it has been the mirror of our contemporary society and thrives only because of some good readers like me who challenge the society to pursue this ambition. Though this is the irony of our society that a good reader and a good listener or good audience is not highly celebrated yet. Maybe one day we would be able to see a category for the 'Best Audience Award' in a most sought after gala functions with glamorous stage, at that time my passion will not be seen as only time pass rather an intellectual trait. Till then in the hopes of the positive paradigm shift in peoples thinking, I keep quenching my thirst for good books and movies with  #NoRegrets

Tuesday, September 24, 2019

Ambition is very costly

Recently I watched the Macbeth and Othello, two world-renowned plays by William Shakespeare. And literature is a window of our history and a glimpse of our present. Both of these plays are based on Political Ambition. Life is not black and white, it has many gray shades. And nothing comes free in this society.

Ambition looks lucrative once achieved, but it has its cost associated with it, which usually never comes in the highlight and creates the illusion. So being ambitious is good, but we should be realistic too. 

Wednesday, September 18, 2019

दुर्गा पूजा: अपनों की घरवापसी का उत्सव

साल के इस वक़्त  घर की बहुत याद आती है।  पतझड़ बोलो या शरद ऋतु का प्रारंम्भ, पत्तें रंग बदल रहे हैं, हवा में एक अजीब सी ठण्डक महसूस होती है। दिन छोटे होने लगे हैं, शाम होते-होते ही अँधेरा छाने लगता है, कदमों की चाल जानो बढ़ जाती है घर की ओर जल्दी से पहुंचने को। इंडिया बोलो या अमेरिका, सब जगह साल का ये वक़्त त्योहारों का होता है, कहीं दुर्गा पूजा और दिवाली  की धूम है,  तो कहीं क्रिसमस की लाइटिंग। दिवाली हमेशा से ही इंडिया का सबसे प्रसिद्ध त्यौहार रहा है, इस की ख़ूबसूरती देखते ही बनती है।
शादी मेरी एक बंगाली परिवार में होने के बाद से, दिवाली का आगमन मानो १ महीना पहले से ही हो जाता है, यानि दुर्गा पूजा से। दिल्ली में रहते हुए सुना तो बहुत था दुर्गा पूजा के बारे में, कभी-कभी पास की बंगाली कम्युनिटी में जाकर सेलिब्रेशन देखा भी था, पर कभी दिल के इतने करीब नहीं था। शादी के बाद पहली दुर्गा पूजा पर, मैं इंडिया में नहीं थी। देखा पतिदेव का मन बहुत उदास था, मैं भी जिंदिगी में पहली बार घर से इतनी दूर गई  थी, अभी परदेसी होना का भाव मन पर पूरी तरह हावी नहीं हुआ था, तो पतिकी भावनाओं को दिल से समझ नहीं पा रही थी। वक़्त गुज़रता गया और ये सिलसिला हर साल चलता रहा, दिल्ली की पड़ोस की दुर्गा पूजा, विदेश के एक छोटे से कम्युनिटी हॉल की दुर्गा पूजा में तब्दील हो गई , जगह बदल गई पर जज़्बातों में अम्मुमन कोई ज़्यादा फर्क नहीं आया था। फिर एकबार मैं और मेरे मिस्टर को दुर्गा पूजा के समय  इंडिया जाने का मौका मिला, मेरे पति का उल्लास देखते ही बनता  था, मैंने उनको इससे ज़्यादा खुश और उत्साहित  कभी नहीं देखा था । मैं भी बहुत खुश थी, आफ्टरऑल ये मेरी कायदे से जग-विख्यात कलकत्ता की पहली दुर्गा पूजा थी। दुर्गा पूजा कहने को तो 4-दिन का सेलिब्रेशन होता है, पर इसका उत्साह साल भर देखने को मिलता है।दुर्गा पूजा से महीनों पहले पण्डाल बनने शुरू हो जाते हैं । गिफ्ट्स और  शॉपिंग का सिलसिला महीनों पहले से ही शुरू हो जाता है। घरों की विशेष सफाई शुरू हो जाती है,  परदे धोना, पंखें, कूलर, पानी की टंकी, घर के जांगले, एकदम डीप क्लीनिंग के एपिसोड्स चलते हैं। दुर्गा पूजा के दिन जैसे-जैसे पास आने लगते हैं, बाज़ारों की रौनक बढ़ने लगती है। घरों पर रंग-बिरंगी लड़ियां झूलने लगती हैं। शुइली फूलों की सुगंध से सारा समाह महकने लगता है, कांशफूल भी मैदानों में झूलते नज़र आने लगते हैं। हर बंगाली अड्डे  की चर्चा का टॉपिक होता है कि इसबार दुर्गा ठाकुर किस वाहन से आएंगी, नौका, हाथी और घोड़ा। किसने कितनी और क्या-क्या शॉपिंग की, सब डिसकस होता है। किस पूजा समिति के क्लब की पूजा की थीम क्या है, इसबार कौन-कौन से पण्डाल विजिट किया जाएगा सब प्लानिंग की जाती है। किसदिन फॅमिली गेटटुगेदर और किसदिन फ्रेंड्स का अड्डा होगा, सब कुछ पहले से तय होता है। अखबार में दुर्गा पूजा की शॉपिंग के स्पेशल विज्ञापन छपने लगते हैं. माँ दुर्गा, शिवजी, गणेश , कार्तिकेय , लक्ष्मी और सरस्वती को लेकर हंसी मज़ाक होते हैं, ऐसा सिर्फ भारत में ही संभव है जहां भगवान को भी परिवार का दर्जा और सम्मान दिया जाता है।
फिर आता है महालया का दिन, औपचारिक  रूप से दुर्गा पूजा का आगमन। सब लोग सुबह-सुबह नहा धो कर महालया सुनने के लिए आतुर नज़र आते है, पहले महालया रेडियो पर सुना जाता था, फिर टीवी आ गया और आजकल तो सब लैपटॉप पर होता है। आखरी मुहूर्त तक दुर्गा  पूजा की तैयारी  को  फाइनल टच दिया जाता है। फिर आता है षष्ठी का दिन और उसदिन कोला बहू को गंगा घाट से स्नान कराके गणेश जी के साथ स्थापित किया जाता है और दुर्गा ठाकुर का घर में आगमन होता है। सुबह-सुबह नहा धोकर घर की ग्रेहणियां  सब कमरों की चौखट पर अल्पना देती हैं। परिवार के सबलोग मंदिर में पुष्पांजलि देने जातें हैं। षष्ठी के दिन माओं का व्रत होता है, निरामिष खाना बनता है। इसी दिन चोखुदान होता है यानि माँ दुर्गा की प्रीतिमा पर आंखें आंक कर उन्हें पूजा के लिए पूर्ण किया जाता है। और इसी दिन से सब पण्डाल दर्शन के लिए खोल दिए जातें हैं। फिर अष्टमी के दिन फिरसे  निरामिष खाना और मंदिर में सब पुष्पांजलि देने जाते हैं और शाम को मंगल आरती होती है। नवमी के दिन मांगशो यानि मटन बनता है, अष्टमी रात १२ बजे से ही मटन की दुकान के सामने लाइन लगाने से ही काम बनता है, नहीं तो चिकन से ही काम चलाना पड़ता है। दुर्गा पूजा के दौरान दोस्तों  रिश्तेदारों का तो आना जाना लगा ही रहता है। फिर आता है दशमी का दिन। ये बहुत ही मिश्रित भावनओं का दिन होता है, इस दिन कायदे से पूजा का अंतिम दिन होता है और इसी के साथ दुर्गा ठाकुर के जाने का वक़्त। सब सुहागनें दुर्गा ठाकुर को सिन्दूर लगा कर और मिष्ठी खिला कर, भीगी आंखों  से विदाई देती हैं इस वायदे के साथ कि अगले साल दुर्गा ठाकुर फिरसे अपने चारों बच्चों यानि लक्ष्मी , सरस्वती, गणेश और कार्तिकेय के साथ आएंगी.
दुर्गा पूजा सिर्फ माँ दुर्गा का आगमन नहीं है, इस उत्सव को मनाने, देश दुनिया से परिवार के सबलोग अपने-अपने घर जाने की कोशिश करते हैं और जो नहीं जा पाते, वो मन ही  मन परिवार को याद  करके उनके लिए   मंगलकामना करते हैं।
दुर्गा पूजा का सही मायने सिर्फ उत्साह, ख़ुशी नहीं, बल्कि परिवार, मित्रों और अपनों के साथ ख़ुशी सांझी करना है। शायद मैं अपने देश, अपने परिवार से इतनी दूर नहीं होती तो इसके सही मायनें कभी समझ ही नहीं पाती। ये सच्चे मायनों में एक घरवापसी का उत्सव है।

Tuesday, September 10, 2019

परदेसी

मैं परदेसी हूं, अपनों के साथ को रोती हूं
मेरे सब तीज-त्यौहार फीके हैं, दिवाली के दीये भी शायद भीगे हैं
मेरे मन का खालीपन कोई समझता नहीं, सब समय पैसों के तराजू पे तुलती हूं
मेरा कोई अपना नहीं, मैं परदेसी हूं

गैरों में भी तन्हा हूं, अपनों में भी बेगानी  हूं
सरहदों के दायरों में घिरी, जिम्मेदारियों के चक्रव्यूह में उलझी हूं
मेरा कोई अपना नहीं, मैं परदेसी हूं

ज़मीनी सरहदों को तो मैं लांघ आऊं, दिलों के फासलों को मैं कैसे मिटाऊं
भागी नहीं मैं अपनों से,  भागी नहीं मैं अपनों से,  न देश की समस्यों से
चाहत थी छोटी सी, दुनियां देखूं अपनी अँखियों से
बस चाहत थी छोटी सी, दुनियां देखूं अपनी अँखियों से

लौटना मैं भी चाहती थी, पर अपनों का साथ ही छोटा था
लौटना मैं भी चाहती थी, पर अपनों का साथ ही छोटा था
ज़रा-ज़रा वक़्त जीत गया, गैरों के संग ही जीवन मेरा बीत गया

अफ़सोस नहीं कोई, मन में एक कसक रह गई
कब दिलों की दूरी इस कदर बढ़ गई, यादों की नाज़ूक डोरी भी उलझ के बिखर गई ,
यादों की नाज़ूक डोरी भी उलझ के बिखर गई

हर परदेसी की ये कथा  है, हर परदेसी की ये कथा है , कटे पर जैसे परिंदों सी व्यथा है
जिसने जो चाहा, समझा है,
जिसने जो चाहा, समझा है,
दिल गवाह है, मैं गैर नहीं, तुम्हारी अपनी हूं

Wednesday, August 28, 2019

Facebook की दुनिया

Facebook की  दुनिया बहुत छोटी होती है, तेरी मेरी खुशियों का ढिंढोरा होती है ।
देखकर दूसरों की जिंदिगी में उजाले, ना जाने कितनी रातें  मुझे नींद नहीं आई ।
मालूम है ऐसी सोच संकुचित मानसिकता की निशानी होती है ॥

मैंने भी कोशिश की, दुनिया संग मुस्कराने की ।
छुपा कर सब दुःख-दर्द सीने में, खुशिओं का मुखौटा लगाकर जीने की ।
पर क्या फायदा ऐसे बेमानी मुस्कराने में, झूठी मुस्कान हमेशा फीकी होती है ।
Facebook की  दुनिया बहुत सीमित होती है, तेरी मेरी खुशियों का ढिंढोरा होती है ॥

मन के अंधेरों को कैसे रोशन करुं, ढूंढा बहुत ये चिराग मैंने, सोशल मीडिया के गलियारों में ।
मन के अंधेरों को कैसे रोशन करुं, ढूंढा बहुत ये चिराग मैंने, सोशल मीडिया के गलियारों में ।
अँधेरा सिर्फ गहराता ही गया, अँधेरा सिर्फ गहराता ही गया, जितनी चली मैं इन चौराहों में ।
इतनी सस्ती नहीं खुशियां, इतनी सस्ती नहीं खुशियां, जो मिल जाए हमें गैस के गुबारों में ॥

Facebook की  दुनिया बहुत छोटी होती है, तेरी मेरी खुशियों का ढिंढोरा होती है ॥

Monday, August 12, 2019

Important links

Common perceptions of foreigners about India

  1. Yoga
  2. Female harassment: This country is not safe for girls or females.
  3. Spicy food: Land of curry.
  4. Colorful houses and clothes.
  5. Country of festivals: Holi(festival of colors) and Diwali(festival of lights)
  6. Poverty: Slums of India, which has been proudly portrayed in the movie Slumdog Millionaire

Monday, August 5, 2019

My daily exploration of the USA


  1. Batard (plural batards) A loaf of bread similar in shape to a baguette, but shorter (6 to 12 inches in length).
  2. Havarti Cheese: It is a semi-soft Danish cow cheese.
  3. HBA: Health and beauty aids
  4. Armadillo
  5. Cicadas: Heat Bugs
  6. Fontina: Fontina is an Italian cow's milk cheese. Fontina has PDO (Protected Designation of Origin) status under European law.
  7. PGI (Protected Geographical Indication) 
  8. Coonhound: Racoon hunting dog, smell dog
  9. Parfait: a frozen layered dessert.
  10. Sorbet: frozen fresh food puree + sugar - no dairy so scoopable but not creamy
  11. Sherbet: Frozen fresh food + sugar + milk
  12. Teriyaki: a glazed sauce rubbed at the end of broiled meat, originated from Japan.
  13. Korean Soft Tofu stew: soondubu jjigae
  14. Tailgating party
  15. Radon Gas
  16. Thai Green papaya salad 
  17. Spanish Caramel Custard flan
  18. Sundial
  19. Double height ceilings or Cathedral ceiling
  20. Glogg: Swedish Glowing wine: served hot
  21. MLS: Men's League Soccer
  22. Adaptogens: Aswagndha, Stavari, Gingeng, Holy Basic.
  23. Taquiza: A taquiza is basically a taco party, where you choose from a variety of taco fillings to put on your (hand-made) tortillas and add copious amounts of salsa.
  24. Dental care: Our teeth and gums thrive in a neutral, non-acidic environment. And, baking soda actively neutralizes acid.
  25. I'm rooting for you! : it means I support you or I am your fan.
  26. Verbena flower: Winter flowers
  27. Head is in the clouds: ignoring or unaware of the situation.
  28.  Vitrectomy Eye surgery 
  29. Tailwind
  30. Lavash Bread: Lavash is a thin flatbread usually leavened, traditionally baked in a tandoor or on a sajj, and common to the cuisines of South Caucasus, Western Asia, and the areas surrounding the Caspian Sea. Lavash is one of the most widespread types of bread in Armenia, Azerbaijan, Iran and Turkey. 
  31. Gold Potato Vs Russet Potato Vs Red Potato
  32. Navel Orange: Seedless
  33. Whey Protein VS Caesin Protein
  34. Akpi - Jansang
  35. Chakra Bracelet
  36. Zorbitz bracelet
  37. Pompon  Flower
  38. Cremones Flower
  39. Crocus (Iris) flower
  40. Kumato Tomatoes
  41. Mahjong games: chinese board games.
  42. Acacia tree: Babul or Kikar tree of India
  43. Kunafa: Arabic dessert
  44. The Enormous Crocodile by Roald Dahl
  45. Buzz Haircut for men
  46. Goulash, is a soup or stew of meat and vegetables seasoned with paprika and other spices. Originating in Hungary, goulash is a common meal predominantly eaten in Central Europe but also in other parts of Europe. It is one of the national dishes of Hungary and a symbol of the country.
  47. Sturm is actually fermenting grape juice, still on its way to becoming wine, and it's Austria's favorite way to celebrate the harvest season.
  48. The ceiling of the Sistine Chapel is one of Michelangelo's most famous works.
  49. Vitruvian man: The Vitruvian Man is a drawing made by the Italian polymath Leonardo da Vinci in about 1490. It is accompanied by notes based on the work of the Roman architect Vitruvius. 
  50. BB8: Astromech droids, also referred to as astro droids or mechs, were a type of repair droid that served as an automated mechanic on starships.
  51. Rob the cradle: To date or marry someone who is much younger.
  52. An afghan is a blanket or shawl, usually knitted or crocheted.[1] It is sometimes also called a "throw" of indeterminate size. Afghans are often used as bedspreads, or as a decoration on the back of couches or chairs.
  53. Third Culture Kids
  54. Corpus Christi
  55. zucchini, (Cucurbita pepo), also called courgette, variety of summer squash in the gourd family (Cucurbitaceae), grown for its edible fruits.
  56. DD: Designated Driver
  57. Idiom: Your ears were burning.
  58. Bigguns Turtle
  59. Marry Poppins Movie
  60.  Mammatus clouds 
  61. To bit my head off idiom: to yell at someone or to be very critical of someone especially very suddenly and without a good reason I asked him one simple question and he bit my head off.
  62. when it rains it pours: 
  63. PROVERB
    misfortunes or difficult situations tend to follow each other in rapid succession or to arrive all at the same time.
63. drop the ball: Make an error or missed the opportunity
64. On the ball: Very alert
65. Skeleton crew:A skeleton crew is the minimum number of personnel needed to operate and maintain an item—such as a business, organization, or ship—at its most simple operating requirements. Skeleton crews are often utilized during an emergency and are meant to keep an item's vital functions operating.
66. watered down: Diminished
67. Strange Case of Dr Jekyll and Mr Hyde
68. SItting on the haunches
69. Hit the ground running
70. Stephen Edwin King is an American author of horror, supernatural fiction, suspense, crime, science-fiction, and fantasy novels. Described as the "King of Horror", his books have sold more than 350 million copies as of 2006, and many have been adapted into films, television series, miniseries, and comic books
71: Mary Shelley
72. Chutzpah, sometimes written chutzpa, hutzpah, or hutzpa, is a Yiddish word that originally comes from Hebrew. 
73. preach to the choir: resenting an argument or opinion to people who already agree with it.
74: Outside of my wheelhouse
75. Hogwash
76. Ponzi Scheme
77. Kabsa dish
78. Golden Orb silk spider
79. Black widow spider
80 cummerband
81. Vincent Von Gogh Chopped off his ear
82. If you can't dazzle them with brilliance, baffle them with bullshit
83. Beagle Hound
84. Great Dane
85. Basset Hound
86. sticker weeds 
87. sandburs
88. winchester mystery house
89. weenie dog Dachshund
90. A "come to Jesus moment" is a sudden realization or comprehension that often leads to a significant changeIt can also refer to a meeting where someone experiences a positive change in their behavior or character. The term is rooted in American Christian religious traditions and has become increasingly popular in English. 
91. lu·di·crous:foolish

92. Don't sweat the small stuff
93. convoluted: complicated; intricately involved
94. Prophylactic: A preventive measure. The word comes from the Greek for "an advance guard," an apt term for a measure taken to fend off a disease or another unwanted consequence. A prophylactic is a medication or a treatment designed and used to prevent a disease from occurring.
95. honeywagon or honeycart is the slang term for a "vacuum truck" for collecting and carrying human excreta.[1]
95. the Pedestal Rocks and Kings Bluff Trails
96. get out while the getting is good.
97. This phrase is common in the southern United States, while other state to the north tend to favor the saying, “no skin off my back.” In both cases, the meaning is that something isn't too much of a risk or concern
98. "Stuck in a rut" is an idiom that means to be trapped in a fixed routine or pattern of behavior that has become uninteresting or boringFor example, you might say you're stuck in a rut if you've been doing the same job for a long time and feel like you need to change
98: An annuity fund is the investment portfolio that earns returns for an annuity contract. The returns from the annuity fund determine the payouts for the annuity owner. 
99: A financial advisor who's a fiduciary has an ethical duty to make recommendations that are best for you, rather than their own financial benefit.
100: "Why buy the cow when you're getting the milk for free" is a saying that means why commit to something fully (like buying a cow) when you can currently get the benefits (like milk) without the full commitmentit essentially describes taking advantage of a situation where you can get something valuable without investing in the source of that value.
101. The dog that tries to pick up two bones usually drops both.
102: "When nothing is certain, anything is possible."
103. Gallivanting" is an informal verb that means to travel, roam, or move around for pleasure, usually without worrying about other things you should be doing








Wednesday, April 10, 2019

My Evolving love for Nature

Traveling has played a major role in my life. I always had the curious nature, then I got married into a Bengali family, that further fueled my curiosity. My younger brother has an interest in gardening, so that was my first encounter with trees and flowers.

My journey with trees:
  1. Neem
  2. Bargad or vat or Banayan tree
  3. Banana tree
  4. Beetle nut tree
  5. Mango tree
  6. Apple tree
  7. Date palm tree
  8. Teak wood or Sagwan 
  9. Shisham
  10. Kikar tree or babool or Acacia: it is a thorny tree
  11. Bamboo tree
  12. Jute
  13. Cactus
  14. Birch
  15. Pine
  16. Fir
  17. Cane
  18. Oak
  19. cypress
  20. Pipal tree
  21. Ashoka: Sacred plant
  22. Arjun tree: Its bark is very beneficial.
  23. Sandal
  24. Cycas plant
  25. Dutch Elm
  26. Crepe Myrtle
  27. Sycomore
  28. Misletoe tree
Flower:
  1. Vinca or sadabahar in Hindi
  2. Palash ke phool: Flame of the forest
  3. Crocus
  4. Mums: These beautiful flowers bloom in fall and winter seasons.
  5. Geraniums:Colorful, small summer flower plants.

Monday, April 8, 2019

Foreign Education

How to select a foreign university when you are interested in educating yourself abroad.

  1. Language: What language you would be studying there and what language is spoken there.
  2. Course curriculum: does the university offer the course you seem to be interested in?
  3. Safe: Is it a safe country to study there.
  4. Expensive: do they have enough funds to offer financial aid through various internships and scholarships.
  5. Employability: what are the prospects of finding a job after completing the study from abroad.
  6. Can you work while studying?

My Alma Mater

It makes me really glad when I see my alma mater growing. Here, I will be highlighting some of the achievements of my alma mater.

  1. Patent 


दोस्त

फेसबुक की दुनिया बहुत असीम होती हे, तेरे मेरे सुख दुःख का पिटारा होती है
रोज़ सुबह दूकान लगती है रोज़ सुबह दुकान लगती है लाइक और कमेंट के पैमाने पर गम और खुशीआं तेरी मेरी बिकती हैं
फेसबुक की दुनिया बहुत असीम होती हे, तेरी मेरी खुशीआं का ढिंढोरा होती है

देखकर दूसरों की जिंदिगी के उजाले, न जाने कितनी रातें मैं नहीं सोई
मालूम है ये संकुचित मानसिकता की निशानी होती है

ऐसा नहीं की मैंने कोशिश नहीं की दुनिया संग मुस्कराने की, ऐसा नहीं की मैंने कोशिश नहीं की दुनिया संग मुस्कराने की, पर ऐसी मुस्कराहट बेमानी होती है

मन के अंधेरों को कैसे रोशन करुं, ढूंढा ये चिराग मैंने बहुत सोशल मीडिया के गलियारों  में
अँधियारा सिर्फ गहराता ही गया अँधियारा सिर्फ गहराता ही गया, जितना झाँका मैंने इन दरारों में
 इतनी सस्ती नहीं खुशियां इतनी सस्ती नहीं खुशियां जो मिल जाएं हमे गैस के गुबारों में

हर एक फेसबुक पोस्ट को खंगाला है ट्विटर और इंस्टाग्राम पर भी try मारा है
पर मिला नहीं वो सकून, जो मिला जब किसी दोस्त ने ठहाका ज़ोर से मारा है

व्यस्तता नहीं इतनी की दोस्तों ने मिलना बंद कर दिया, फेसबुक और ट्विटर पर संसार अलग बस गया
इन खोखले जस्बातों से मन और नहीं मानता, इन बेहिसाब बेमतलब की बातों से दिल और नहीं टहलता 

Wednesday, April 3, 2019

All for the love of tea

Tea is the first thing that comes to my mind when I wake up in the morning.
Different types of tea

  1. White tea: Most unprocessed tea; unoxidized
  2. Green tea: unoxidized; pan dried or steamed to stop any kind of oxidation in future
  3. Yellow tea: in between white and green tea
  4. Matcha tea: powdered green tea
  5. ooolang tea: oxidized between green tea to black tea;
  6. Black or red tea: 90-95% oxidized
  7. herbal tea: Like chamolie flower tea
  8. Flavored tea: Jasmine tea
  9. Post-fermented tea: raw(naturally fermented for 20-25 years) or cooked(artificially fermented in 2-months); 

Friday, March 29, 2019

Navratri food


  1. Kuttu ka Atta (Buckwheat flour): Puri
  2. Singare ka atta(Chestnut flour): Halwa
  3. Ragi ka atta(finger millet)
  4. Vrat ke chawal: samai rice; barnyard millet: it is not a grain rather a seed
  5. Sabudana(Casava or tara root): Khichdi or kheer
  6. Makhane
  7. Fruits
  8. Curd
  9. Milk
  10. Yogurt
  11. Tea/coffee
  12. Aloo/Arbi/Lauki/Kadoo/Shakarkandi/Kachalu/Suran/Yam/Spinach/ Tomatoes/
  13. Cucumber/Carrot
  14. Paneer
  15. Raw banana tikki
  16. Sabudane ke papad
  17. Dry fruits and nuts and raisin

Wednesday, March 20, 2019

Bollywood Jewels


  1. Delhi in a day

Massage

Massage is an integral part of my well-being. Here, I am sharing my personal experience with massage. It helps to de-stress, increase immunity, improves blood circulation and releases good feeling hormones.

  1. Drink lots of water after the massage because like a workout, muscles become dehydrated after the massage. So, you should replenish all that lost water by drinking more. Then there’s a metabolic waste, which is produced by muscles. When our muscles are tight or have a knot, it constricts blood circulation in those areas, which inhibits the body’s ability to flush out waste. Drinking water post-massage allows the kidneys to effectively eliminate the new waste.
  2. Massage: it is the movement of muscles for better circulation.
  3. Haptics
  4. Muscles are stronger than bones.
  5. There are two types of muscles: intrinsic(when you are reaching out to ceiling) and extrinsic
  6. Muscles have two parts origin and insertion; so we should massage the whole muscles.
  7. Meat is nothing but the muscle.
  8. Purpose of massage is to unravel the muscles. 
  9. Erector spinae muscle: While massage bump on erector muscles, which are along the spinal cord and vertebrae.
  10. Dieting can lose your muscles, which is not good. Therefore, strength training is very important for dieters to rebuild muscles. 
  11. Tension pain or headache: massage Trapezius and elevator muscles.
  12. Pain: It comes from lack of oxygen and lack of oxygen comes from compression.
  13. Lower Back pain: Massage the Lumber muscles.
  14. Oxygen is the healer. Better circulation carries more oxygen.
Acupuncture: Meridian Theory: it means there are some pathways in blood and lymphatic vessels connected to internal organs and energy flows along with it. It improves blood stagnation. Acupuncture causes blood vessels to dilate i.e. become wider and increases the proper blood flow.

Acupressure: The theory of acupuncture and acupressure is the same; in acupuncture, we use the needles to clear the pathways of energy while in acupressure we use the hand to create pressure to clear the pathways.

What happens is that when we use needles or pressure, brain release endorphins i.e body's own healing and feel-good chemicals, pain recedes, muscles relax and blood flow increases.

Acupressure points.

  1. Below the thumb: for thyroid
  2. between the index and middle finger: for eyes
  3. between middle and ring finger: lungs
  4. between the ring and little finger: heart
  5. below little finger: sugar
Muscular system: It is made up of muscles and it allows us to move. Because muscles can contract and release without breaking due to its elastic nature, they protect our organs. Muscles connect to bones through fibers called Tendons. There are over 600 muscles:
  1. Biceps
  2. Triceps
  3. Quadriceps
  4. Abs, 
  5. Pectorals, etc.
There are two types of muscles: Voluntarily muscles e.g. biceps and involuntarily muscles, e.g. heart
Cardiac muscles: heart; make involuntarily muscles
Smooth muscles: stomach, bladder, intestine; involuntarily muscles
Skeletal muscles: voluntarily muscles

Muscles can loose their strength if we don't exercise them.
Types of massage:

  1. Swedish Massage
  2. Thai Massage
  3. Deep tissue massage
  4. Tharepeutic Massage
  5. Hot Stone massage



Tuesday, March 19, 2019

Craft ideas for Ladies afternoon get together

Spring:

  1. Paper flowers making

Buddhist Life Philosophy

I always wonder I devote so much time in religious practice, what exactly I am learning or benefiting from this.

How my religious philosophy is helping me to lead a better life.

Buddism says that one mistake we make is that we consider ourselves as independent entities. But the truth is that we have dependent origination. And whenever there is disharmony in the relationships of dependent origination, things will start to create problems.

Another thing is that we believe in the concept of duality i.e. either/or. While Nichiren Buddhism is fundamentally a teaching of transformation. It means that when we chant Nam myo ho renge gyo, things start to transform, poison turns into medicine. Through chanting, we are able to see through beyond the surface appearance. And, only seeing through is not enough, it is a practice of action i.e. cause and effect. Based on the wisdom developed during chanting, we need to take the action, without action there is no use of wisdom.

And, it is expedient means who developed the concept of god, we, the positive forces, are the god. It means that when we chant, we bring forth our Buddha nature and upgrade ourselves from the lower state of life to the upper. This positive life force motivates us to take action.

Monday, March 18, 2019

खुद्दार

थोड़ा ही सही मन में अपने जगह दो ।
थोड़ा ही सही मन में अपने जगह दो ।
क्षणभर को ही सही, लम्हों में अपनी पनाह दो ॥

ये चाहत है हमारी, जो तुमको तवज्जो देती है ।
ये चाहत है हमारी, जो तुमको तवज्जो देती है ।
नहीं तो वक़्त मेरा भी कीमती बहुत है ॥

हम व्यापार करते नहीं जज़्बातों का ।
हम व्यापार करते नहीं जज़्बातों का ।
नहीं तो खरीदार बहुत हैं ॥

साथ हैं एक छत के नीचे, सिर्फ अपनेपन की चाहत को । 
साथ हैं एक छत के नीचे, सिर्फ अपनेपन की चाहत को ।
नहीं तो रात गुज़ारने को मिलते आशियानें बहुत हैं ॥

रिश्तों को सींचा जाता है, प्यार और विश्वस की बरसात से ।
रिश्तों को सींचा जाता है, प्यार और विश्वस की बरसात से ।
सिर्फ पैसों  के दम पर, घर बसते नहीं ॥

ये ज़िद्द है हमारी घर-संसार अपना बचाने की, 
तभी तो इतना गिड़गिड़ाते हैं । 
लातमार कर ठुकराने में वरना कौन सी ताकत है ॥

रिश्तों में हम अहंकार लाते नहीं,
रिश्तों में हम अहंकार लाते नहीं,  
नहीं तो खुद्दार हम भी बहुत हैं ॥

Monday, February 25, 2019

Diamonds are for life

There are many varieties of diamonds:

  1. Usual white diamond
  2. colored diamonds:
    1. Blue
    2. Red
    3. Pink
Cuts of diamonds:
  1. Round Cut
  2. Radiant Cut

Friday, February 15, 2019

A typical Bengali Girl

Here, I will share the story of a typical Bengali girl.
Restaurants:
She loves to eat out in the restaurants:
  1. Peter Cat: Chelo Kabab(literal meaning rice kabab, Iran's national dish)
She loves to celebrate festivals:
  1. Makar Sankranti pujo
  2. Saraswati Pooja: some keep the Thakur for 1 year, so do the bisorjon at Ganga ghat; only Kartik Thakur bisorjon does not happen.
  3. Magh Purnima: Baba Loknath pooja
  4. Shahi snan at Poornima on Ganga Sagar
  5. Shivratri Pooja
  6. Holi
  7. Durga Pooja
  8. Christmas
Iscon's Hindu festivals:
  1. Varaha Jayanti or Appearance of Lord Varahadeva: Varahadeva is Krishna's boar incarnation. He assumed the form of a boar to lift the drowning planet Earth from the Garbhodaka Ocean with His tusks. The demon Hiryanyaksha had thrown the planet Earth into this ocean, but the Lord stabbed the demon with His tusks and saved the Earth.
  2. The appearance of Lord Nityananda - Lord Nityananda Jayanti
She loves to listen to songs and attending musical concerts:

She loves to go out to attend the family and club events:
  1. Rice ceremony
  2. Marriage reception.
  3. Birthdays
  4. Anniversaries
  5. Picnics
  6. Weekend Cinema
  7. Weekend outings:
    1. Heritage Rajbari (Itachuna) in Hooghly
She loves to take selfies.
She loves to get gifts.
Every Bengali girl loves traveling, and she is no exception:

  1. Darjeeling
  2. Digha
  3. Puri
  4. Asaam



Tuesday, February 12, 2019

Explore Zurich

Zurich is a must visit city when it comes to the Europe tour. It is a very diverse city enclosed between mountains and lake.


  1. A boat cruise of Lake Zurich is worth, and you can also enjoy a nice stroll at the lake.
  2. Museums: If you are a museum lover, this city offers over 50 museums. As Swiss watches are world renowned for its perfection, so you can visit the Beyer watch museum.
  3. Restaurants: Spitz
  4. Hiking
  5. Old town and city tours: You can also book a guided city tour or food tour.
  6. Shopping at the Bahnhofstrasse: very high-end restaurants.
  7. Nightlife: Bars and clubs, you can also take a bar tour.
  8. Wellness: Hamam and saunas
  9. Family offers: Visit to interactive, multimedia-based museums and wildlife parks



Source: zuerich.com


Thursday, February 7, 2019

All the hype about toothpaste

When you start living in developed countries, you automatically start getting influenced with many things which never crossed your mind before like a toothpaste. These days it is so much hype that whether to use a fluoride-based toothpaste or not. Thing is that fluoride is very good for protecting against the cavity but recently it has been found neurotoxic.

When we buy the toothpaste, it should not only clean the teeth but it should be compatible with the gums. It should not be harsh on our gum tissues. As it is found that some teeth whitening toothpaste may irritate the gum tissues.

Enamel protection: Don't use too much abrasive toothpaste.

Plaque, if not treated on time, can turn into Tartar. It damages the enamel and forms the cavities and if left untreated may lead to gum diseases.

It is very important to see the contents like recently I bought the Ratanhia-Zahncreme from the Waleda. Ratanhia is a natural medicinal plant, which is rich in tannins, and can help in reducing inflammation and pus.

Antiseptic mouthwashes





Wednesday, February 6, 2019

Health System in Foreign Countries

One thing that I have feared the most while living in Europe and North America is getting sick on weekends. As all the walk-in clinics and drug stores are closed on weekends and in the evenings. So, it is always better to keep some common medicines at home all the time:

  1. Paracetamol(Acetaminophen) 500 mg: For pain and fever
  2. Analgesic(drug to relieve pain): Ibuprofen(Advil);acetaminophen(brand name Tylenol);aspirin
  3. Cough syrups
  4. Ibrufen 200 MG : For pain, fever, and inflammation
  5. Crocin: for cold and flu
  6. Anti-acid: omee
  7. Band-aid
  8. Skin plaster: Micropore company
Though it does not mean that no health care is available on weekend, surely it is, but pretty expensive as you need to go to the emergency. Also, countries like Canada, in an emergency, you may need to wait for many hours before you get to see the doctor and it becomes a frustrating experience sometime. 

I also get to know about Spagyric tinctures in Europe.

Wednesday, January 30, 2019

Trailing spouse

Today's society is all about coining terms and terminology, I wonder that being specific has become so important. Since I got married, I not only moved to a new home rather to a new country. And, a few years later to another country. It has been over 7 years I have been living the life of a trailing spouse. Though no one forced me, it comes naturally to an Indian girl, to be with her husband in all situations, so I did the same.
Before marriage, I was an independent, modern girl, having aspirations of living my life at my own terms. Just after marriage, I moved to a distant land for the first time. Life moved at such a quick pace, I hardly could understand anything. It seems exciting to get exposure to the other side of the world but it comes at a price as well.
It is not only about that I have to make adjustments with many things, but it also takes lots of patience and understanding. And, everyone is not the same and also in the same situation. Therefore, outcomes vary a lot. Many times, I challenged with self-worth or loss of identity, which is quite to feel in such situations. No one in my both families has stayed abroad before, so discussing all these things with them was not very helpful.
Identity crisis is very crucial and makes everything questionable. One thing that kept me going through all this was Volunteering. Though I was not being paid in money, I got benefited from it in other ways. 

Tuesday, January 29, 2019

Financial Literacy

In today's digital world and with the advancement of technology, using the plastic currency is no longer a choice rather it has become mandatory to use the plastic currency. Credit cards, debit cards, prepaid cards, credit history, online bank account, and online money transfer, mobile payments have become a part of our routine life. We should be very informed and careful while doing any transaction with the plastic currency whether online or using ATM or mobile as we would be with our paper currency. Sometimes, I wonder that plastic currency is more vulnerable than the cash, do you think the same.

Financial Planning:

  1. Retirement Planning: 
      1. New Pension Plan(NPS): It is open to all. INR 6000 per year or INR 500 per month. Tax-free
      2. Fixed deposit for 10-years (FD)
      3. Post office saving scheme (POSS)
        1. National Saving Certificate(NSC)
        2. Recurring Deposit Account
      4. Small Saving Scheme: Like PPF, EPF, they also give you the facility of compounding the money.
Assets: Home, land, gold, car


Thursday, January 24, 2019

Cosmetics: Skin Care

When it comes to skincare, I prefer natural cosmetics. This is because our skin is semi-permeable, therefore even things applied tropically can penetrate deeper into the skin.
Ingredients of the product are also important to notice.

  1. Antioxidants like Cranberry with Vitamin C, Vitamin E helps to stop the oxidative damage of the skin, and hence the premature aging.
  2. Argon oil keeps skin moisturized.
  3. Honey: It is a natural Humectant i.e. retain or preserves moisture.
  4. Phytocollagen: for smoothening of wrinkles
  5. Hyaluronic Acid: To make our skin look plump and fresh because it retains moisture.
  6. Saccharide Isomerate: Carbohydrates to make skin hydrating.
  7. Vitamin D3: A superior moisturizer that uniquely helps balance the skin's moisture level.
  8. Niacinamide: It improves skin elasticity, and increases ceramide levels in skin.
  9. Glycolic acid: It gently exfoliates and lightens discoloration.
  10. Retinol: It is also known as Vitamin A and is an antioxidant, it reduces inflammation.
  11. Retinoids: Topical Vitamin A: reduces fine lines and wrinkles by stimulating the production of collagen and new blood vessels. 
Prefer to buy the skin products with the following specifications:
  1. Free of Mineral oils
  2. No Sulfates
  3. Paraben-free(parabens are basically preservative that prevents bacteria)
  4. Paraffins free
  5. Silicon free
  6. Aluminum Free: No Aluminum in antiperspirants that keeps you dry: As aluminum has been found to link with Alzheimer's disease and breast cancer.
  7. without artificial flavors
  8. without synthetic fragrances
  9. No Dyes
  10. No preservatives
  11. No Nanotechnology use
  12. No Animal testing
  13. vegetarian, vegan and only natural ingredients. It would be best if it is certified by Vegan.
  14. No propylene glycol in deodorant.   
  15. No Phthalates: A plasticizing chemical for better pliability and flexibility, usually used in nail polish, fragnances and hair sprays.
  16. No Polyethylene Glycol (PEGs): it is used as a thickener and solvent
Products for skincare:
  1. Day creams
  2. Night cream or sleeping cream
  3. Massage oils for better blood circulation; to keep the muscles warm and flexible
Terminology:
  1. Non-comedogenic: a skin-care product or cosmetic that is specially formulated so as not to cause blocked pores.
Brands
  1. Lavera
  2. Weleda
  3. Arad
  4. Neutrogena

Thursday, January 17, 2019

Travel to Netherlands

Public Transport:

  1. OV-Chipkaart:RET
  2. Dagkaart:HTM
  3. ns.nl/ovchipkaart: need to check in and check out every time
  4. Buy a I amsterdam city card
Tourist Attractions:
  1. Museums
  2. Canal Cruise
  3. Bike Rental
Places:
  1. Haarlem
  2. Zaanse Schans: live windmills tour, cheese, and clog(wooden shoes) making
  3. Marken Village
  4. Volendam Village
Museums:

A trip to Delft:
Here, Williams of  Orange was shot dead.

Old Church of Delft with the crooked tower.

Old church of Delft

Delft: The word Delf itself means Canal.
A visit to the Netherlands cannot be complete without a bike tour.  There are many cycle routes which you can explore: https://cycleseeing.com

बर्फीले पहाड़

लोग अक्सर पूंछते हैं क्यूं हम बर्फीले पहाड़ों में जीवन बसर करते हैं ?
मैं पूछती हूं बता मुझको  एक जगह जहां मिलती है हर सहूलियत,
कहीं सूरज का तेज है, कहीं रेत का आडम्बर,
फिर मेरे पहाड़ों का क्या दोष, इसपर गिरती है अक्सर बर्फ,  चाहे मई हो या दिसंबर ॥
पहाड़ हो या बर्फ, ख़ूबसूरती को कितना भी बयां करो अधूरा है, करने को महसूस इसे, यहां हर लम्हा जीना ज़रूरी है ॥


बर्फ की चादर से जब-जब पहाड़  ढकते हैं ।
दिल के दायरे में नाजाने कितने अरमान उलझते हैं ॥

सफ़ेद बर्फ से ढकी राहों पर जब तुम-हम चलते हैं ।
ना जाने कितनी बार गिरते फिसलते हैं ।
इस एहसास को जीने को,बेहिसाब दिल तरसते हैं ॥

बर्फ के फूल जब-जब बरसते हैं, लगता है धरती-धरती नहीं  रही, जन्नत हो मानो ।
कुदरत की इस नुमाइंदगी को देखने को, कितने दिल धड़कते हैं ॥

सर्द बर्फीले तूफानों में जब-जब हम अटकते  हैं, खुदा की बस एक नियामत पाने को सिर नाजाने कितने झुकते हैं  ।
लोग अक्सर पूंछते हैं क्यूं हम बर्फीले पहाड़ों में जीवन बसर करते हैं,
मैं पूछती हूं बता मुझको एक जगह, जहां  खुदा दिखता है,
एक बार पहाड़ों में आ कर देख, यहां हर मोड़ पर रब बसता है ॥


प्रकृति की परिभाषा

पहाड़ों की भी अपनी भाषा होती है, जितनी  ऊंचाई, उतनी ही गहराई होती है ।
धीरे-धीरे पहाड़ बात करने लगते हैं, एक अनजानी डोर से बांधें रखते हैं ॥

पहाड़ों की गोद से झीलें झलकती हैं ।
पानी की बूँदें आंखों में चमकती हैं ॥

इनका ठंडा शीतल जल आत्मा तृपत कर देता है ।
थके हुए राही को मंज़िल पर बढ़ने  की गति देता है॥

तन्हा कभी मह्सूस नहीं होता, पहाड़ों की ख़ामोशी में एक गूंज होती है ।
मानो कोई बुला राह हो नाम मेरा, तू क्यूं भटक रही है, तू किसे ढूंढ़ती है ॥

हर मुड़ती राह एक पहेली है, ये खूबसूरत वादियां ही अब मेरी सहेली हैं ।
कभी बादलों की घटा जमी पर उतर आती है ।
कभी सफ़ेद बर्फ की चादर अठखेलियों करती है।
किसे पता था प्रकृति भी इस कदर हंसती   है॥

जीवन जब थक हार कर बैठ जाता है, अच्छे बुरे ख़यालों का ताना-बाना बुनता है ।
हवा का झोंका झकझोर देता है, सब थकान उदासी को उधेड़ देता है ॥

जब दिवाकर दस्तक देता है दूर कहीं  ऊँची  चोटी पर, उजालों की किरणों से मन का सब अंधकार  छंट जाता है।
किसे पता था पहाड़ों  से लिपट कर घर-परिवार मिलता  है ॥

पहाड़ों की भी अपनी भाषा होती है, एक अनजानी डोर से बांधें होती है  ॥

Incredible !ndia

कल तक मेरी दुनिया चार-दीवारी थी ।
टीवी पर न्यूज़ सुनना, मानो मजबूरी थी॥

समय बदला, स्थान बदला, दिन-काल, संसार बदला ।
कलतक जो आँगन की छुई-मुई थी, आज NRI हुई ।
देश से निकलकर देश से एक नई पहचान हुई ॥

नए-नए लोगों से आलाप हुआ, कुछ मीठा-मीठा संवाद हुआ ।
जब सम्बन्ध गहराया तो, असलियत से मुलाकात हुई ॥

औपचारिकता के दायरे से बाहर लोग पूंछते हैं ।
क्या भारत की सड़कों पर बलात्कारी घूमते हैं ॥

जहां 8-महीने की बच्ची नहीं सुरक्षित है, कैसी विकृत, संकुचित मानसिकता है ।
कैसे कहूं निर्भया एक दुखित अपवाद है, जहां देश का आंकड़ा देता कुछ और ही गवाई है ॥

समय के तूफ़ान में सारा सुनहरी इतिहास मटमैला हो गया ।
भारत मेरा नाजाने कब बहन-बेटियों की इज़्जत का लुटेरा हो गया ॥

कब तक छिपाऊं अपने देश के ज़ख़्मों को, कहकर बाहरी ताकतों का है प्रोपेगंडा ।
जहॉं कभी जीन्स, कभी साड़ी, या शायद लड़की होना ही है बलात्कार का फंडा ।
किस विश्वास से कहूं, visit my country , it is Incredible !ndia ॥ 

बेमतलबी ख्याल

बस इतनी ही दोस्ती, इतना ही विश्वास था
क्यूं मेरे मन में था ये भुलेखा, कि वो दोस्त मेरा ख़ास था
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दिल में गहरा छिपा एक जज़्बात है, करने को बेकरार दिल फिर एक बार तुमसे मुलाकात है

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कसूर क्या था मेरा, मैं एक परदेसी हूं
क्यूं मैं अपनों की आंखों में ही दोषी हूं
हैं, मैं परदेसी हूं
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नाड़ का रिश्ता ही अक्सर, माँ होने की पहचान होता है ।
पर हर रिश्ता कोख में नहीं पनपता है ॥

खून का रिश्ता ही सब नहीं होता ।
जज़्बातों से भी दिल धड़कता है ॥

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माँ कैसी होती है, एक आंख से हंसती है, एक आंख से रोती है, न जाने माँ क्यूं ऐसी होती है

Wednesday, January 9, 2019

Life in Developed Countries

I often get so many flyers and newsletters in my mailbox, the content of these flyers sometimes really amaze me. If I would have been living in India, I would have hardly believed.  In western countries, you need to make arrangements for everything. Your cremation, your old age medical care, organ donation and what not...And, there are proper lawyers for making all these arrangements. Really amazed!!!!!!!!